कहानी: Nexa कंपनी ने लोगों को कैसे उल्लू बनाया.

Nexa जैसी कंपनी कैसे लूटती है लोगों को? 



एक बार एक आदमी ने

गाँव वालों से

कहा कि वो 100 रु. में एक बन्दर 🐒

खरीदेगा,

ये सुनकर सभी गाँव वाले

नजदीकी जंगल की ओर

दौड़ पड़े. 

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और वहां से बन्दर पकड़ पकड़ कर 100

रु. में उस आदमी को बेचने लगे .......

कुछ दिन बाद ये सिलसिला कम

हो गया और

लोगों की इस बात में

दिलचस्पी कम

हो गयी .......

फिर उस आदमी ने

कहा की वो एक एक 🐒बन्दर के

लिए 200 रु. देगा ,

ये सुनकर लोग फिर बन्दर 🐒 पकड़ने में

लग गये।

लेकिन कुछ दिन बाद

मामला फिर

ठंडा हो गया ....

अब उस आदमी ने

कहा कि वो बंदरों के लिए

500 रु. देगा ,

लेकिन क्यूंकि उसे शहर

जाना था, उसने इस काम के

लिए एक असिस्टेंट नियुक्त कर

दिया ........

500 रु. सुनकर गाँव वाले बदहवास

हो गए ,

लेकिन पहले ही लगभग सारे बन्दर

पकड़े जा चुके थे

इसलिए उन्हें कोई हाथ

नहीं लगा ......।

तब उस

आदमी का असिस्टेंट उनसे आकर

कहता है .....

"आप लोग चाहें तो सर के पिंजरे में

से 400 -400 रु. में बन्दर 🐒 खरीद सकते हैं ,

जब सर आ जाएँ तो 500-500 में बेच

दीजियेगा।"

गाँव वालों को ये प्रस्ताव भा गया और उन्होंने (100-200 रु. में बेचे हुए) सारे बन्दर 🐒 400 - 400 रु. में खरीद लिए ....।

अगले दिन न वहां कोई असिस्टेंट था और न ही कोई सर.।

बस बन्दर ही बन्दर...

सुप्रभात सभी को. 

धन्‍यवाद सभी को. 

🐒🐒🐒🐒🐒🐒🐒🐒🐒

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